भारत में हाल ही में होली और रोज़ा (रमज़ान) को लेकर एक विवाद सामने आया है। यह विवाद इसलिए उत्पन्न हुआ क्योंकि इस साल होली और रमज़ान का महीना लगभग एक ही समय पर पड़ रहा है। होली, हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है, जबकि रमज़ान इस्लाम धर्म के अनुयायियों के लिए पवित्र महीना होता है, जिसमें रोज़ा (उपवास) रखा जाता है। कुछ लोगों ने इस बात पर चिंता जताई कि होली के दौरान होने वाली धूमधाम और उत्सव की गतिविधियाँ, जैसे कि रंगों और संगीत का उपयोग, रोज़ा रखने वाले मुस्लिम समुदाय के लिए असुविधाजनक हो सकती हैं। इसके विपरीत, कुछ लोगों का मानना है कि त्योहारों को एक साथ मनाने से सांप्रदायिक सद्भाव और एकता का संदेश मिलता है। इस विवाद के बीच, कई धार्मिक और सामाजिक नेताओं ने शांति और सद्भाव का आह्वान किया है। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया है कि वे एक-दूसरे के धार्मिक विश्वासों और प्रथाओं का सम्मान करें और त्योहारों को मिल-जुलकर मनाएं। सरकार और प्रशासन ने भी इस मामले में संवेदनशीलता दिखाई है और सभी समुदायों के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। इस तरह के विवादों को सुलझाने के लिए संवाद और सहिष्णुता की आवश्यकता है ताकि सभी लोग अपने-अपने त्योहारों को खुशी और सम्मान के साथ मना सकें।